Saturday 17 December 2011

नासमज़

कौन कहता है की आप हमे नहीं चाहती
शोले बरसती है आपकी आंखे
तो उनकी भी जुबां होती है
क्या कहू
अपने अपने प्यार के तरीके होते है
आप जलाती हो , हम जलते है


कौन कहता  है की आप हमसे बाते  नहीं करती
जब आप चुपके से चली जाती हो
तो वो चुपकी भी कुछ दोहराती है
क्या कहू
अपने अपने बताने के तरीके होते है
आपकी चुपकी बाते करती है
हम आपकी चुपकी मैं ही समज लेते है

कौन कहता है की आप हमसे मिलना नहीं चाहती
जब आप मिलने के लिए ना कर देती  हो
तो वोह ना भी कुछ समाजाती है
क्या कहू अपने अपने तरीके होते है
आपकी ना मैं भी  समज होती है
हम तो हमेशा से नासमज़ ही है


बेवफ़ा

तुम्हारा ख्वाब ही देखता था मैं पहले
जिसे सचमे बदला था तुने
मगर तुम तो वो ना हो , जो बेवफा थी
आज ऐसेही मुजे मेरा ख्वाब याद  आया


क्या वोह राते थी बहारों की और फूलोंकी
क्या वोह बाते थी निगाहोंकी और दो दिलों की
मगर तुम तो वो ना हो , जो बेवफा थी
आज ऐसेही मुजे मेरा ख्वाब याद  आया

सुनते थे हम दूसरोंके बेवफाई के किस्से
हम तो पार गए थे उस सबसे
मगर तुम तो वो ना हो , जो बेवफा थी
आज ऐसेही मुजे मेरा ख्वाब याद  आया

क्या यही था अंजाम अपने प्यार का
कौनसा वोह रास्ता था आखिर दिल का
मगर तुम तो वो ना हो , जो बेवफा थी
आज ऐसेही मुजे मेरा ख्वाब याद  आया

जिंदगी ने ये क्या खेल खेला है मुज़से
जो अलग कर लिया है मुजे तुज़से
मगर तुम तो वो ना हो , जो बेवफा थी
आज ऐसेही मुजे मेरा ख्वाब याद  आया


 

Thursday 15 December 2011

Angel

I walk hand in hand
our music playing on band
our memories are lost
like precious slipping sand

I dream in your eyes
forgetting all past lies
The moment gets lost
as the time always flies

You look like an angel there
saving me from some unseen scare
hope I don't loose you  ever
as my soul is in you care






Monday 12 December 2011

Destiny

Destiny always takes the road
Which I don't want
Its always heartening to see challanges
The way I want,

Sometimes you loose someone
Sometimes you gain someone
But the turn of events
Are not always the ones you want

You go on a path thrown to you as a way
though there is baggage of emotions to pay
Still decisions are need to be taken
They can't wait even if you want

You feel joy, you feel sorrow
Its always you, nobody else from you borrow
Thats way of the life
Its not always what you want or don't want

Thursday 24 November 2011

आयुष्य 


स्वप्ने  असतात अशीच
पापण्या मिटताच दिसणारी
आशा  हि असते अशीच
पराभव होताच हरणारी
असतात तरीही माणसे
असेच आयुष्य जगणारी


नाती असतात अशीच
पाठ फिरवताच विसरणारी
शांतीही असते अशीच
जरा जवळ येताच हरवणारी
असतात तरीही माणसे
असेच आयुष्य जगणारी


गाणी असतात अशीच
वेळ गेल्यावर गुणगुणणारी
दुःखे हि असतात अशीच
वेदना झाल्यावर परतणारी
असतात तरीही माणसे
असेच आयुष्य जगणारी


मने असतात अशीच
दुसर्यांच्या प्रवाहात वाहणारी
नजर हि असते अशीच
वळणावर पाठलाग करणारी
असतात तरीही माणसे
असेच आयुष्य जगणारी



फुलेही असतात अशीच
उमजायच्या आधीच कोमेजणारी
पाने हि असतात अशीच
वेळेआधी गळणारी
असतात तरीही माणसे
असेच आयुष्य जगणारी



जन्माची कथा हि अशीच
मृत्यू नंतर  समजणारी
मृत्यूची कथाही अशीच
जन्मानंतर येणारी
असतात तरीही माणसे
असेच आयुष्य जगणारी








दोन क्षण 

ते दोन क्षण प्रेमाचे
कधीतरी अनुभवलेले
किती जरी वाटले खरे
तरी शेवटी खोटे असणारे

ते दोन थेंब अश्रुंचे
कोणासाठी तरी वाहिलेले
आपल्याच डोळ्यातून
वाहून सुकणारे


ते दोन शब्द आपलेपणाचे
कधीतरी ऐकलेले
आपल्याशी नाते सांगताना
क्षणात परके होणारे

ते दोन सूर भावनांचे
मनातून झंकारणारे
जीवनाच्या साथीला असूनही
कायम बेसुरच राहणारे

कांटे 

हम क्या बात  करे उन लोगों से 
जिन्हें हमे समज़ना आता  नहीं
फुल भी क्या खिले किसी निगाहोंसे
जिन्हें काटोंसे संभालना आता नहीं


जब काटोंकी जरुरत है फूलोंके लिए
तो उन्हें काटोंसे संभालना क्यों आता  नहीं
जब दोस्त की जरुरत है जीने के लिए
तो उन्हें हमे समज़ना क्यों आता नहीं


दुनियाने दिया क्या हमको
या हमे ही लेना आता नहीं
क्यों लोगोंसे नाराज हो
शायद हमे ही बताना आता नहीं

हम है कांटे उन फूलोंके लिए
जिनसे बीछद्दना हम चाहते नहीं
दिल भर जाता है उन्ही काटोंसे
जो  फुलोंका अरमान चाहता  नहीं


अब तो हम ही है खुद के लिए
किसी दूसरेको चाहते नहीं
काटोंसे वफ़ा है जिन्दगीकी
अब किसी फुलोंका वास्ता नहीं


सोचते है --- बस हुआ अब रोना
लेकिन हसना भी आता नहीं
क्या करे ऐसे रहके जिन्दा
लेकिन मरना भी आता नहीं 

Saturday 19 November 2011

तुझे असे पाहणे
माझ्याजवळ बसून
तरीही दूर राहणे
माझ्याजवळ असून


प्रत्येकाला जगण्यासाठी
एक आशा हवी असते
पण प्रत्येकाची स्वप्नाची
भाषा मात्र नवी असते












Saturday 12 November 2011

SLAVE

I want to bunch all my sorrows
on the bloody  tips of all hurled  arrows
wrap it in a nice flower wreath
and gift it to myself on my  last breath

I will be able to fly then high
without worrying about  all those WHY
and then reality look at me with those eyes
my hope for  freedom all there  dies

what can I say
Its all about my efforts to be brave
what can I say
its all about my efforts not to be life's slave









Saturday 5 November 2011

Pages

Its been ages
life is on pages,
you turn one around to look for the last
the next one goes back to where it starts


The problem is with the plot
instead of line there ​are so many dot​s​
what you think is an end
its only a chapter with the bend


why should I bother
when nothing presents itself in order​
why should I ​think whats went wrong
when I don't know where I belong


​Which dot, ​which line  and which page
for many years its only a  cage
as I see , its been ages
my life is on never ending pages